गरीब खुद को कहते न वो क्योंकि आने चार है, तरसते हैं उन हाथों को जो तेरे सर पे चार है। गरीब खुद को कहते न वो क्योंकि आने चार है, तरसते हैं उन हाथों को जो तेरे सर पे च...
जाने क्यों पग को चलना था न जाने जीवन मे उसे कितनी बार मरना था। जाने क्यों पग को चलना था न जाने जीवन मे उसे कितनी बार मरना था।
जो मांग रहा है इस निष्ठुर समाज से अपनी भूख का हिसाब। जो मांग रहा है इस निष्ठुर समाज से अपनी भूख का हिसाब।
कडी मेहनत से किसी गरीब कोरोटी का निवाला मिलता हैचुल्हे पे चढता बर्तन जबपसीना तन का जलता है कडी मेहनत से किसी गरीब कोरोटी का निवाला मिलता हैचुल्हे पे चढता बर्तन जबपसीना तन...
जब से देखा है हँसते गरीबों के बच्चे पत्थरों में भी दिखता खुदा है मुझे...। जब से देखा है हँसते गरीबों के बच्चे पत्थरों में भी दिखता खुदा है मुझे...।
राम राज्य अब आ जाए हर जीवन में खिल जाए। राम राज्य अब आ जाए हर जीवन में खिल जाए।